नलकूप विभाग के दो कर्मचारियों पर हुई कार्यवाई

 



बस्ती 
, जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन के कार्यालयों का निरीक्षण अपना असर दिखा रहा है। अधिशाषी अभियन्ता नलकूप कार्यालय का उन्होने 15 दिन के अन्दर दूसरी बार निरीक्षण किया। यूं तो सभी कर्मचारी उपस्थित मिले, परन्तु साफ-सफाई पर्याप्त नही थी। रैक में रखी गयी पत्रावलिया/रजिस्टर्स धूल-धूसरित थी तथा बेतरतीब रखी गयी थी। वर्ष 1980-81 का रजिस्टर सबसे ऊपर रखा था जबकि नये रजिस्टर नीचे थे। इसके लिए जिलाधिकारी ने  प्रशासनिक अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद तथा उत्तम तिवारी को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया है। 
उन्होने निर्देश दिया कि पूरानी अप्रयुक्त पत्रावली एवं रजिस्टर की वीडिंग कराये। रैक पर वर्षवार रजिस्टर रखे तथा वर्ष की चिप्पी लगाये ताकि उसे निकालने में सुविधा हो। राजेन्द्र प्रसाद द्वारा जो रजिस्टर जिलाधिकारी को दिखाया गया उसे प्रमाणित नही किया गया था और न ही पेज नम्बर डाला गया था। उन्होने निर्देश दिया कि 15 दिन के भीतर सभी रजिस्टर दुरूस्त कर अधिशाषी अभियन्ता अवलोकित करें तथा प्रमाण पत्र दें। 
सर्वाधिक खराब स्थिति कम्प्यूटर आपरेटर अरविन्द सिंह की रही, जो डीएम के सामने मानव सम्पदा पोर्टल को नही खोल पाये। इसके बाद में लिपिक गोविन्द नाथ त्रिपाठी ने खोलकर दिखाया। जिलाधिकारी ने अरविन्द सिंह की सेवा समाप्ति का नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है। 15 दिन में उनका जबाव प्राप्त होने पर अन्तिम निर्णय लिया जायेगा। 251 में से 64 नलकूप चालको का डाटा इस पोर्टल पर फीड पाया गया। इसे 15 दिन में पूरा करने का निर्देश दिया गया है। 
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि कार्यालय के 03 वरिष्ठ लिपिको की कमेटी बनाकर पिछले 03 वर्षो में भर्ती सभी कर्मियों का प्रशिक्षण कराये। निरीक्षण में उन्होने पाया कि सभी 27 कर्मियों में कार्य विभाजन कर दिया गया है परन्तु अभी तक चार्ज नही हो पाया है। इसे 03 दिन में पूरा करने का निर्देश दिया है। 
उन्होने गोविन्द नाथ त्रिपाठी, आलोक श्रीवास्तव, सुनील चैधरी, अजीत श्रीवास्तव, उत्तम तिवारी की आलमारिया खोलकर देखा तथा इन्हें व्यवस्थित करने तथा साफ-सफाई से रखने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने वरिष्ठ लिपिक रीना सिंह के कर्तव्यपरायणता की प्रशंसा किया। 
नलकूप आपरेटर का व्हाट्स एप ग्रुप बना-
जिलाधिकारी के निर्देश पर नलकूप आपरेटर का व्हाट्स एप ग्रुप तैयार किया गया है, जिसमे अभियन्ता भी जुड़े है। नलकूप आपरेटर प्रतिदिन अपने नलकूप के पास खड़ा होकर सेल्फी लेता है तथा उसे गु्रप में डालता है। इसके साथ ही वह नलकूप के संचालन, नाली की स्थिति एंव अन्य सूचनाए भी अपलोड करता है। 
जिलाधिकारी के निरीक्षण के समय अधीशाषी अभियन्ता स्वयं एक नलकूप का निरीक्षण करने फिल्ड में गये थे और उन्होेने सेल्फी लेकर ग्रुप में डाला। जिलाधिकारी ने इस ग्रुप में सभी 139 आपरेटरों को जोड़ने का निर्देश दिया है।