शहर में बनाया जाएगा अंडरग्राउंड वाहन पार्किंग स्टैंड-- जिलाधिकारी

बस्ती शहर  में भूमिगत पार्किंग व्यवस्था बनाने के लिए कार्यवाही की जा रही है। उक्त घोषणा जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने यातायात माह के शुभारम्भ अवसर पर किया। उन्होने कहा कि बस्ती नगर पालिका क्षेत्र में यातायात एवं वाहन का दबाव बढ़़ता जा रहा है। अब समय आ गया है कि हम भूमिगत पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित करें। इस संबंध में नगर पालिका बस्ती के अध्यक्ष ने प्रस्ताव रखा है।
फीता काटकर यातायात माह का शुभारम्भ करते हुए जिलाधिकारी ने इस माह के दौरान जागरूकता क्षमता सम्वद्धन तथा अवस्थापना संबंधी सुविधाओं को बढाने पर विशेष बल दिया। उन्होने कहा कि जीवन की सुरक्षा सर्वोपरि है। सभी विभाग आपसी समन्वय से सड़क पर अवस्थापना का कार्य पूरा करायें। उन्होने नगर पालिका, पीडब्लूडी, पुलिस विभाग को निर्देश दिया है कि उनके विभाग से जो भी आवश्यक सुविधाए सड़क पर उपलब्ध करायी जानी है, उसे इस माह के दौरान पूर्ण करायें। 
उन्होने इस बात पर बल दिया कि नशा करके वाहन न चलाये। ट्रैफिक नियमों का पालन करें। दो पहिया वाहन पर दोनो सवार हेलमेट लगायें। चार पहिया वाहन में बैठे सभी लोंग सीटबेल्ट लगाये। जीवन सुरक्षा के प्रति प्रत्येक नागरिक को जागरूक होना होंगा। पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने कहा कि यातायात माह के दौरान सभी पुलिस कर्मियों को हेलमेट लगाना, सीटबेल्ट लगाना अनिवार्य है। ऐसा न पाये जाने पर उनसे दुगना चालान वसूल किया जायेंगा। यह नियम यातायात माह समाप्त होने के बाद भी लागू रहेंगा। 
उन्होने बताया कि दुर्घटना में सर्वाधिक मृत्यु मोटर साईकिल चालक, साईकिल चालक तथा पैदल की होती है। दुर्घटना में मृत्यु का प्रमुख कारण खून का अधिक बहना होता है। हेलमेट हमें बेहोश होने से बचाता है और इससे हमें तत्काल मेडिकल सहायता मिल सकती है। सीटबेल्ट लगाने से भी दुर्घटना में मृत्यु के चान्स कम हो जाते है। 
उन्होने कहा कि वे प्रत्येक चैराहें पर नियमित रूप से जाॅच करायेंगे और यह सर्वे करायेंगे कि यातायात नियमों के पालन से दुर्घटना में कितनी कमी आयी है। उन्होने बताया कि हमीरपुर जनपद में एक चैराहे के सर्वे में यह ज्ञात हुआ कि 2017 में एक्सिडेण्ट में 31 लोगों की मृत्यु हुयी थी, जो यातायात माह के बाद 2018 में 14 हो गयी थी। इससे स्पष्ट है कि वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियमों का पालन करना आवश्यक है। 
पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि शास्त्री चैक को आर्दश चैराह के रूप में घोषित किया गया है। यहाॅ यह सुनिश्चित किया जायेंगा कि अगले एक साल में कोई एक्सिडेण्ट न हों। ट्रैफिक इंसपेक्टर अशोक कुमार सिंह ने पूरे नवम्बर माह में यातायात माह संचालन की रूपरेखा प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य योगेश शुक्ल ने किया। इस अवसर पर एनसीसी के कमाण्डेण्ट अखिल कुमार, होमगार्ड के कमाण्डेण्ट शिव भूषण शर्मा, सीओं गिरिजेश सिंह, प्रधानाचार्य शिव बहादुर सिंह तथा नीलम सिंह, आरटीओं अनिल श्रीवास्तव, पीटीओं शैलेन्द्र त्रिपाठी, टीएसआई कामेश्वर सिंह गणमान्य नागरिक तथा टैªफिक एवं पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहें। समारोह में अमरेश कुमार, अब्दुल तथा जगदीश प्रसाद ने निःशुल्क साहित्य वितरण किया।